और वैसे भी गाय-भैंस को यदि टी.बी. अथवा अन्य कोई संक्रामक रोग हुआ तो वह सरलता से दूध के माध्यम से मनुष्यों को हो सकता है क्योंकि समुचित पाश्च्युराइज़ेशन कारखानों में ही सम्भव है। स्वास्थ्य मंत्रालय की एक समिति ने जून और जुलाई में इस दवा की प्रभावकारिता और https://josueet372.blogtov.com/289346/new-step-by-step-map-for-स-क-र-मक-र-ग-स-बचन-क-उप-य